गज फुट इंच
निर्देशक
के बारे में -
दिल्ली के चांदनी चौक इलाके में जन्मे रवीन्द्र
गोयल का बचपन और शिक्षा-दीक्षा नया बांस के स्कूल से प्रारम्भ हुई। दिल्ली
विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज से संस्कृत विषय में स्नातक विशेष और फिर हरियाणा,
हिसार के गुरू जम्बेश्वर विश्वविद्यालय से जनसंचार विषय में स्नातकोत्तर की पढ़ाई
पूरी की। आपको हिन्दी, अंग्रेज़ी, उर्दू और पंजाबी भाषाओं का ज्ञान है।
रंगमंच की शुरूआत किसी
भी दूसरे स्कूली बच्चे की तरह स्कूल से ही हुई और फिर अरविंद गौड, शीला भाटिया,
भानु भारती, सत्यब्रत राउत, संजय उपाध्याय, कृष्णकांत, सौरभ शुक्ल, संजीव मेहरा और
जे. पी. सिंह जैसी रंगमंच की कुछ दूसरी मशहूर शख्सियत से साथ काम करने का अनुभव
हुआ। जाने-माने नाट्य-निर्देशक इब्राहिम अल्काज़ी द्वारा संचालित चार वर्षीय
अत्याधुनिक अभिनय प्रशिक्षण ने जीवन को एक नए मायने दिए और ज़िन्दगी में जीने का
मतलब सिखाया।
भारत
मां की लोरी, अद्भुत त्याग, विदेशी आया, लड़ाई, बिन बाती के दीप, एक और द्रोणाचार्य,
मूर्तिकार, पढ़ना लिखना सीखो, दर्द आएगा दबे पांव, मुक़द्दर, दी रायल हंट ऑफ़ दी सन,
स्ट्रीटकार नेम्ड डिज़ायर, थ्री ग्रीक ट्रेजेडीज़, बल्दे टिब्बे और एक सपने की मौत
जैसे नाटकों में अभिनय किया। वहीं विदेशी आया, बिन बाती के दीप, एक और
द्रोणाचार्य, मूर्तिकार, पढ़ना लिखना सीखो, नींद क्यों रात भर नहीं आती, अण्डे के
छिलके और पंचम वेद जैसे नाटकों को निर्देशित भी किया।
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