Tuesday, April 20, 2010

गुडियों सी




दिखती हो तुम गुडियों सी
पग थिरकाते प्यानों पर
हाथों में पंखा पकडे
कुछ जापानी गुडियों सी
दिखती हो तुम गुडियों सी

आंखों से जादू बिखराती
मुझको अपने पास बुलाती
लाल गुलाबी पंख दिखाती
उन सतरंगी परियों सी
दिखती हो तुम गुडियों सी

जब मैं बैठा रात निहारूं
चांद को देखूं तुम्हें पुकारूं
सांसें छू ले याद तेरी
सनसनी हवा की लडियों सी
दिखती हो तुम गुडियों सी

हाथ तेरा माथे को चूमे
तू गाकर मुझे सुलाए
छम से आती, हंसी लुटाती
लगती हो फुलझडियों सी
दिखती हो तुम गुडियों सी

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